मुझे वो भूल जाएगा कभी सोचा नहीं था ये |
ख़यालों में सताएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
मेरी रातों की नींदे और ये सुख -चैन सारा ही |
वो लेकर साथ जाएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
हमारे मुल्क में इस बार ये बरसात का मौसम |
तबाही लेके आयेगा कभी सोचा नहीं था ये ||
जिसे हमने कभी छोड़ा था बिल्कुल अधमरा करके |
वो दुश्मन सर उठाएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
समझ कर अपना मैंने जो कही दो -चार बातों का |
बतंगड़ वो बनाएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
पिलाया दूध जिसको अपने बच्चों की तरह हमने |
हमें वो काट खायेगा कभी सोचा नहीं था ये ||
हमेशा याद आते हैं वो बचपन के सुनहरे दिन |
सभी कुछ छूट जाएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
लगी है नौकरी बेटे ने तबसे आँख फेरी है |
हमें ये दिन दिखाएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
कभी इक राज़ खोला था जो मैंने सामने उसके |
वो ‘सैनी ' को बताएगा कभी सोचा नहीं था ये ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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